नयनो में है, सपने सजे
काजल संग उभरने लगे ...
बंद डिब्बी को खोलने चले
पतंग संग उड़ने लगे ..
कुछ रखे है, सिरहाने तले
कुछ बसे है, दिल में मेरे ...
खोये से भी है, अरमा कई
मिल गए तो, राह बनी ....
कभी बिखरे तो, सांसे ले गए
पूरे हुए तो, एक जिंदगी दे गए....
No comments:
Post a Comment