Friday, August 12, 2011

खुशी...

आखो से छलके 
चेहरे पर दमके 
खुशबू  सी फैले 
पल भर ही ठहरे...

दिल को छु जाये 
जब पास से गुजरे
छोटी भी हो तो 
दिन बन जाये...


मर्ज़ी की मालिक 
तितली संग भागे 
जब मन चाहे
ओठो पर आये ....

महफ़िल सजा दे 
रूठो को मना ले 
जिंदगी दे दो पल में
या छिन के ले जाये...

Friday, August 5, 2011

सपने





नयनो में है, सपने सजे
काजल संग उभरने लगे ...

बंद डिब्बी को खोलने चले
पतंग संग उड़ने  लगे ..

कुछ रखे है, सिरहाने तले
कुछ बसे है, दिल में मेरे ...

खोये से भी है, अरमा कई
मिल गए तो, राह बनी ....

कभी बिखरे तो, सांसे ले गए
पूरे हुए तो, एक जिंदगी दे गए....